AAP MLA Amanatullah Khan: मनी लॉन्ड्रिंग केस में चार दिन की ईडी हिरासत में, जाने अब आगे उनके साथ क्या होगा

AAP MLA Amanatullah Khan की गिरफ्तारी और ईडी की कार्रवाई

AAP MLA Amanatullah Khan

AAP MLA Amanatullah Khan: आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक अमानतुल्लाह खान को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में चार दिन की हिरासत में लिया है। दिल्ली के राउस एवेन्यू कोर्ट ने सोमवार को खान को चार दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया, जिसके बाद अब उन्हें 6 सितंबर को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

अवैध नियुक्तियों और संपत्ति से जुड़े आरोप

यह मामला खान के खिलाफ दर्ज दो एफआईआर से जुड़ा है, जिनमें से एक सीबीआई द्वारा दिल्ली वक्फ बोर्ड से संबंधित कथित अनियमितताओं के लिए दर्ज की गई है और दूसरी दिल्ली एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) द्वारा कथित अनुपातहीन संपत्ति के मामले में दर्ज की गई है। ईडी का आरोप है कि अमानतुल्लाह खान ने वक्फ बोर्ड में कर्मचारियों की अवैध नियुक्तियों के जरिए “अपराध की भारी आय” अर्जित की और उन पैसों का उपयोग अपने सहयोगियों के नाम पर अचल संपत्तियों की खरीदारी के लिए किया।

वक्फ बोर्ड में अनियमितताओं के आरोप

ED के बयान के अनुसार, वक्फ बोर्ड में कर्मचारियों की “अवैध नियुक्ति” हुई और खान के कार्यकाल (2018-2022) के दौरान वक्फ बोर्ड की संपत्तियों को अनुचित तरीके से पट्टे पर देकर “अवैध व्यक्तिगत लाभ” अर्जित किए गए। जनवरी में दाखिल चार्जशीट में ईडी ने खान के तीन कथित सहयोगियों – ज़ीशान हैदर, दौद नासिर और जावेद इमाम सिद्दीकी को भी नामित किया है।

आप पार्टी का समर्थन और राजनीतिक प्रतिक्रिया

इस मामले पर आम आदमी पार्टी ने खुलकर अमानतुल्लाह खान का समर्थन किया है। पार्टी ने अपने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “क्रांतिकारी तानाशाही के अत्याचारों के आगे नहीं झुकेंगे। बीजेपी की ईडी ने आप विधायक @KhanAmanatullah को झूठे मामले में हिरासत में लिया है। जितना अधिक बीजेपी हमें दबाने की कोशिश करेगी, उतनी ही ऊंची हमारी आवाज़ होगी।”

दूसरी ओर, दिल्ली बीजेपी के प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने आप पर निशाना साधते हुए कहा, “आम आदमी पार्टी के पास अपराधियों और भ्रष्ट व्यक्तियों की लंबी सूची है, और जब भी उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है, तो वे शोर मचाने लगते हैं। आज एक बार फिर, यह नाटक सबके सामने आ गया है।”

निष्कर्ष

अमानतुल्लाह खान का मामला केवल एक राजनीतिक विवाद नहीं है, बल्कि यह भ्रष्टाचार और प्रशासनिक अनियमितताओं की जटिलताओं से भी जुड़ा है। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले में आगे क्या घटनाक्रम होते हैं और न्यायपालिका का निर्णय क्या होता है।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

प्रश्न 1: अमानतुल्लाह खान को किस मामले में ईडी द्वारा हिरासत में लिया गया है?

उत्तर: अमानतुल्लाह खान को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी ने हिरासत में लिया है। यह मामला दिल्ली वक्फ बोर्ड में कथित अवैध नियुक्तियों और अन्य अनियमितताओं से जुड़ा हुआ है।

प्रश्न 2: ईडी ने अमानतुल्लाह खान की कितनी दिन की हिरासत मांगी थी?

उत्तर: ईडी ने अमानतुल्लाह खान की 10 दिनों की हिरासत की मांग की थी, लेकिन अदालत ने उन्हें 4 दिन की ईडी हिरासत में भेजा है।

प्रश्न 3: अमानतुल्लाह खान पर क्या आरोप लगाए गए हैं?

उत्तर: अमानतुल्लाह खान पर आरोप है कि उन्होंने दिल्ली वक्फ बोर्ड में कर्मचारियों की अवैध नियुक्तियों के माध्यम से अवैध धन अर्जित किया और उसे अचल संपत्तियों में निवेश किया। साथ ही, उन पर वक्फ बोर्ड की संपत्तियों को अनुचित तरीके से पट्टे पर देने और व्यक्तिगत लाभ प्राप्त करने का आरोप भी है।

प्रश्न 4: इस मामले में कौन-कौन से अन्य आरोपी हैं?

उत्तर: ईडी ने जनवरी में दाखिल चार्जशीट में अमानतुल्लाह खान के तीन कथित सहयोगियों – ज़ीशान हैदर, दौद नासिर, और जावेद इमाम सिद्दीकी को भी नामित किया है।

प्रश्न 5: आम आदमी पार्टी का इस मामले पर क्या रुख है?

उत्तर: आम आदमी पार्टी ने इस मामले में अमानतुल्लाह खान का समर्थन किया है और इसे बीजेपी द्वारा उनके खिलाफ की गई कार्रवाई बताया है। पार्टी का कहना है कि यह मामला झूठा है और बीजेपी द्वारा उन्हें दबाने की कोशिश की जा रही है।

प्रश्न 6: अमानतुल्लाह खान का अगला कोर्ट में पेश होने की तारीख क्या है?

उत्तर: अमानतुल्लाह खान को अब 6 सितंबर को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

प्रश्न 7: इस मामले में दिल्ली बीजेपी की क्या प्रतिक्रिया है?

उत्तर: दिल्ली बीजेपी प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने आप पर निशाना साधते हुए कहा कि आप के पास अपराधियों और भ्रष्ट व्यक्तियों की लंबी सूची है और जब भी उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है, तो वे शोर मचाने लगते हैं।

प्रश्न 8: क्या यह मामला केवल एक राजनीतिक विवाद है?

उत्तर: यह मामला केवल एक राजनीतिक विवाद नहीं है, बल्कि इसमें भ्रष्टाचार और प्रशासनिक अनियमितताओं के गंभीर आरोप भी शामिल हैं। न्यायिक जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि वास्तविकता क्या है।

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