ECI: चुनावी नतीजों में देरी पर कांग्रेस की चुनाव आयोग (ECI) से शिकायत, हरियाणा में क्या हो रहा है?

Gautam Kumar
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ECI: कांग्रेस ने मंगलवार को हरियाणा चुनाव परिणामों में देरी को लेकर चुनाव आयोग (Election Commission of India – ECI) के समक्ष औपचारिक शिकायत दर्ज की है। कांग्रेस ने कहा कि सुबह 9 से 11 बजे के बीच परिणामों और लीड्स के अपडेट में “बिना किसी स्पष्टीकरण के रुकावट” आई थी। इस देरी से चुनाव प्रक्रिया पर सवाल खड़े होने लगे और सोशल मीडिया पर गलत सूचना फैलने लगी।

Contents
कांग्रेस की शिकायत: नतीजों में रुकावट का क्या मतलब?कांग्रेस की मांग: चुनाव आयोग से स्पष्टीकरणहरियाणा में कांग्रेस की शुरुआती बढ़त और BJP की वापसीचुनाव आयोग (ECI) पर कांग्रेस की गंभीर टिप्पणीकांग्रेस का आत्मविश्वास: कोई निराशा नहींBJP की प्रतिक्रिया: कांग्रेस ने हार मान ली?पहले भी कर चुकी है कांग्रेस ऐसी शिकायतेंFAQ:1. कांग्रेस ने हरियाणा चुनाव परिणामों को लेकर चुनाव आयोग (ECI) से शिकायत क्यों की?2. चुनाव आयोग (ECI) को कांग्रेस की शिकायत में क्या मांगा गया है?3. हरियाणा चुनाव के परिणामों में देरी का कांग्रेस पर क्या प्रभाव पड़ा?4. BJP की प्रतिक्रिया क्या रही?5. क्या यह पहली बार है जब कांग्रेस ने ECI पर सवाल उठाए हैं?6. कांग्रेस ने चुनाव आयोग से किस प्रकार की पारदर्शिता की उम्मीद की है?7. चुनाव आयोग (ECI) ने अभी तक इस मामले में क्या प्रतिक्रिया दी है?8. क्या हरियाणा में चुनाव परिणामों में देरी सामान्य है?9. कांग्रेस की शिकायत का हरियाणा चुनाव के अंतिम परिणामों पर क्या प्रभाव हो सकता है?10. चुनाव आयोग (ECI) को कैसे सुनिश्चित करना चाहिए कि नतीजों में देरी न हो?

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कांग्रेस की शिकायत: नतीजों में रुकावट का क्या मतलब?

कांग्रेस की ओर से लिखे गए एक पत्र में कहा गया कि, “जैसा आप समझ सकते हैं, इस तरह की देरी से गलत इरादों वाले लोग चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए गलत बयान फैलाने लगते हैं। हमारे डर की बात यह है कि ऐसी गलत जानकारी का उपयोग करके चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश की जा सकती है, खासकर जहां अभी भी मतगणना चल रही है।”

कांग्रेस ने ECI से आग्रह किया कि वे तत्काल प्रभाव से अपनी वेबसाइट पर सही और सटीक आंकड़े अपडेट करें ताकि गलत खबरों और गलत जानकारी को तुरंत रोका जा सके।

कांग्रेस की मांग: चुनाव आयोग से स्पष्टीकरण

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कुछ मिनट पहले कहा, “हम उम्मीद करते हैं कि चुनाव आयोग हमारे सवालों का जवाब देगा। 10-11 राउंड के परिणाम आ चुके हैं, लेकिन वेबसाइट पर केवल 4-5 राउंड ही अपडेट किए गए हैं।”

उन्होंने यह भी बताया कि कुछ लोग पुराने और भ्रमित करने वाले रुझानों को साझा करके दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके चलते चुनावी माहौल में अनिश्चितता फैलने लगी है।

हरियाणा में कांग्रेस की शुरुआती बढ़त और BJP की वापसी

कांग्रेस ने हरियाणा में पोस्टल वोटों की गिनती में शुरुआती बढ़त हासिल की थी, लेकिन जैसे ही बैलट बॉक्स खुलने लगे, BJP ने सुबह के अंत में जोरदार वापसी की। दोपहर तक भाजपा ने 48 सीटों पर बढ़त बना ली, जो बहुमत के लिए आवश्यक संख्या से दो ज्यादा थी।

दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में शुरुआती जश्न रुक गए, जब पार्टी ने हरियाणा में तीसरी सीधी हार का सामना करने की संभावनाओं पर विचार करना शुरू किया। इस बीच, जम्मू और कश्मीर में कांग्रेस ने एक दशक बाद जीत की उम्मीद जताई थी।

चुनाव आयोग (ECI) पर कांग्रेस की गंभीर टिप्पणी

हरियाणा में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी शैलजा, जो मुख्यमंत्री पद की रेस में भी हैं, ने NDTV से कहा, “चुनाव आयोग को जवाब देना होगा। गिनती धीरे क्यों चल रही है? लोकसभा चुनाव में यह ठीक था, तो अब यह समस्या क्यों आ रही है? यह ECI की जिम्मेदारी है कि वे इस देरी का कारण स्पष्ट करें।”

कांग्रेस का आत्मविश्वास: कोई निराशा नहीं

जयराम रमेश ने ANI से कहा, “कोई निराश होने की जरूरत नहीं है। माइंड गेम्स खेले जा रहे हैं, लेकिन हम जनादेश पाने जा रहे हैं। कांग्रेस सरकार बनाएगी।”

BJP की प्रतिक्रिया: कांग्रेस ने हार मान ली?

BJP के नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस की इस शिकायत पर त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, “अगर कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर उंगली उठानी शुरू कर दी है, तो इसका मतलब है कि उन्होंने हार स्वीकार कर ली है।”

त्रिवेदी ने आगे कहा, “वर्तमान रुझानों के अनुसार, हम एक महत्वपूर्ण जीत की ओर बढ़ रहे हैं, और कांग्रेस ने भविष्य में हार से निपटने के लिए पहले से ही एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।”

पहले भी कर चुकी है कांग्रेस ऐसी शिकायतें

यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस ने चुनावी परिणामों की गिनती में देरी पर ECI की आलोचना की है। जून में हुए आम चुनाव के दौरान भी कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश और बिहार की सीटों के परिणामों में देरी को लेकर चुनाव आयोग पर सवाल उठाए थे।

तब जयराम रमेश ने आरोप लगाया था कि ECI को “आदेश” मिले थे कि गिनती की प्रक्रिया को धीमा किया जाए।

FAQ:

1. कांग्रेस ने हरियाणा चुनाव परिणामों को लेकर चुनाव आयोग (ECI) से शिकायत क्यों की?

कांग्रेस ने चुनाव आयोग (Election Commission of India) से शिकायत इसलिए की क्योंकि हरियाणा चुनाव परिणामों और लीड्स को अपडेट करने में देरी हो रही थी। पार्टी का आरोप है कि सुबह 9 से 11 बजे के बीच “बिना किसी स्पष्टीकरण के” नतीजों को धीमा कर दिया गया, जिससे गलत सूचनाएं फैलने लगीं।

2. चुनाव आयोग (ECI) को कांग्रेस की शिकायत में क्या मांगा गया है?

कांग्रेस ने ECI से तुरंत सही और सटीक आंकड़ों को वेबसाइट पर अपडेट करने की मांग की, ताकि किसी भी प्रकार की गलत जानकारी या भ्रमित करने वाली सूचनाओं को रोका जा सके और पारदर्शिता बनी रहे।

3. हरियाणा चुनाव के परिणामों में देरी का कांग्रेस पर क्या प्रभाव पड़ा?

हरियाणा में शुरुआती गिनती में कांग्रेस को बढ़त मिली थी, लेकिन परिणामों में देरी के बाद भाजपा ने वापसी की और बढ़त बना ली। इससे कांग्रेस मुख्यालय में जश्न रुक गया, और पार्टी को एक और हार का सामना करना पड़ सकता है।

4. BJP की प्रतिक्रिया क्या रही?

BJP के नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस की शिकायत को हार मानने का संकेत बताया। उनका कहना था कि कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर उंगली उठाकर यह स्वीकार कर लिया कि वे चुनाव में हारने वाले हैं।

5. क्या यह पहली बार है जब कांग्रेस ने ECI पर सवाल उठाए हैं?

नहीं, कांग्रेस पहले भी चुनावी प्रक्रिया में देरी को लेकर ECI पर सवाल उठा चुकी है। जून 2024 के आम चुनाव के दौरान भी उत्तर प्रदेश और बिहार में वोटों की गिनती में देरी को लेकर कांग्रेस ने ऐसी ही शिकायत की थी।

6. कांग्रेस ने चुनाव आयोग से किस प्रकार की पारदर्शिता की उम्मीद की है?

कांग्रेस ने ECI से तत्काल सही आंकड़ों को वेबसाइट पर अपडेट करने की उम्मीद जताई है ताकि सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों पर फैल रही गलत सूचनाओं को रोका जा सके और जनता के बीच विश्वास बहाल हो सके।

7. चुनाव आयोग (ECI) ने अभी तक इस मामले में क्या प्रतिक्रिया दी है?

इस समय तक चुनाव आयोग (Election Commission of India) ने कांग्रेस की शिकायत पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। आगे की जांच और आयोग की टिप्पणी से ही स्थिति स्पष्ट होगी।

8. क्या हरियाणा में चुनाव परिणामों में देरी सामान्य है?

नहीं, हरियाणा में इस प्रकार की देरी सामान्य नहीं है। कांग्रेस ने इस देरी को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं और इसे चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता पर असर डालने वाला माना है।

9. कांग्रेस की शिकायत का हरियाणा चुनाव के अंतिम परिणामों पर क्या प्रभाव हो सकता है?

कांग्रेस की शिकायत से यह साफ हो गया है कि पार्टी को चुनावी प्रक्रिया में कुछ गड़बड़ी का शक है। हालांकि, अंतिम परिणाम क्या होंगे, यह चुनाव आयोग की पारदर्शिता और सही समय पर डेटा अपडेट पर निर्भर करेगा।

10. चुनाव आयोग (ECI) को कैसे सुनिश्चित करना चाहिए कि नतीजों में देरी न हो?

चुनाव आयोग (ECI) को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी परिणाम और लीड्स समय पर सार्वजनिक किए जाएं। इसके लिए उन्हें तकनीकी तैयारियों को बढ़ाना होगा और डेटा अपडेटिंग की प्रक्रिया में किसी भी तरह की रुकावट को रोकने के लिए उचित कदम उठाने होंगे।

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मेरा नाम Gautam Kumar Paswan है। मैं पिछले 5 साल से ज्यादा समय से Content Writing, Blogging कर रहा हूँ। मैं एक Content Creator भी हूँ। मुझे सभी Categories मे ज्यादा इंट्रेस्ट है इसीलिए मैं इन सभी पर लिखना ज्यादा पसंद करता हूँ।
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