भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने Indian Premier League (IPL) 2025 के 18वें सीजन से पहले 20 मार्च को अपनी मुख्यालय में कप्तानों, कोचों और टीम प्रबंधकों की एक बैठक आयोजित की। इस महत्वपूर्ण बैठक में Indian Premier League की सभी 10 टीमों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और खेल से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर अपने सुझाव और विचार साझा किए।
बैठक के दौरान, सभी टीमों की सहमति से कई महत्वपूर्ण बदलाव लागू करने का निर्णय लिया गया। इनमें गेंद चमकाने के नियम, गीली गेंद से निपटने के उपाय, नया कोड ऑफ कंडक्ट और डीआरएस (DRS) नियमों का विस्तार शामिल है।
इंडियन प्रीमियर लीग में नए बदलाव

नया नियम / बदलाव | विवरण | प्रभाव |
---|---|---|
लार के इस्तेमाल की अनुमति | गेंदबाज अब गेंद को चमकाने के लिए लार का उपयोग कर सकते हैं। | स्विंग और स्पिन में सुधार, गेंदबाजों को फायदा। |
ओस के कारण गेंद बदलने का विकल्प | 10वें ओवर के बाद गेंदबाजी टीम एक बार गेंद बदलने का अनुरोध कर सकती है। | गीली गेंद से गेंदबाजों को मुश्किल कम होगी, खेल संतुलित रहेगा। |
नया कोड ऑफ कंडक्ट लागू | डिमेरिट पॉइंट सिस्टम और सस्पेंशन पॉइंट लागू किए जाएंगे। | अनुशासनहीनता पर सख्ती, खिलाड़ियों को खेलभावना बनाए रखने की प्रेरणा। |
DRS का विस्तार | ऊंचाई-आधारित नो-बॉल और ऑफ स्टंप के बाहर वाइड की समीक्षा अब DRS में शामिल। | अधिक सटीक निर्णय, अंपायरिंग में सुधार और विवाद कम होंगे। |
1) गेंद चमकाने के लिए सलाइवा (लार) का प्रयोग फिर से होगा वैध
Indian Premier League 2025 सीजन से गेंदबाजों को गेंद चमकाने के लिए लार (Saliva) के उपयोग की अनुमति दी जाएगी।
- COVID-19 महामारी के दौरान संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए लार के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया गया था, जिसे अब हटा लिया गया है।
- सभी 10 टीमों के परामर्श और सहमति के बाद यह निर्णय लिया गया है, जिससे गेंदबाज पारंपरिक गेंद चमकाने की तकनीकों का लाभ उठा सकेंगे।
- इस बदलाव से स्विंग गेंदबाजों को फायदा होगा और मैच के दौरान गेंद की गुणवत्ता को बनाए रखने में मदद मिलेगी।
2) गेंद बदलने का नया नियम: अब दूसरी पारी में गीली गेंद बदली जा सकेगी
आईपीएल मैचों के दौरान अक्सर ओस (Dew) का असर देखने को मिलता है, जिससे गेंदबाजों को काफी दिक्कत होती है। इसे ध्यान में रखते हुए नया नियम लागू किया गया है:
- अब दूसरी पारी में गेंदबाजी करने वाली टीम 10वें ओवर के बाद एक बार गेंद बदलने की मांग कर सकती है।
- गेंदबाजों को अब यह अधिकार होगा कि वे कप्तान के माध्यम से अंपायर से नई गेंद की मांग कर सकें।
- हालांकि, बॉल की स्थिति के आधार पर अंपायर यह तय करेंगे कि नई गेंद दी जाए या नहीं। गेंदबाजों को अपनी पसंद की गेंद चुनने की अनुमति नहीं होगी।
- यदि कोई गेंद बहुत अधिक गीली, बेडौल, खो गई या क्षतिग्रस्त हो जाती है, तो अंपायर 10वें ओवर से पहले भी गेंद बदलने का निर्णय ले सकते हैं।
- इससे गेंदबाजों को गीली गेंद से होने वाली कठिनाइयों से राहत मिलेगी और मैच का संतुलन बना रहेगा।
3) नया आचार संहिता (Code of Conduct) लागू
आईपीएल 2025 में खिलाड़ियों और अधिकारियों के व्यवहार को बेहतर बनाने के लिए नया कोड ऑफ कंडक्ट लागू किया गया है, जिसमें निम्नलिखित बदलाव शामिल हैं:
- डिमेरिट पॉइंट सिस्टम पेश किया गया है, जिसमें खिलाड़ियों को गलत आचरण के लिए नकारात्मक अंक (Demerit Points) दिए जाएंगे।
- एक निश्चित सीमा से अधिक डिमेरिट पॉइंट पाने वाले खिलाड़ी को निलंबित (Suspended) किया जा सकता है।
- यह नियम 36 महीनों तक लागू रहेगा, जिसका मतलब है कि पिछले तीन वर्षों के प्रदर्शन को ध्यान में रखा जाएगा।
- इससे खिलाड़ियों में अनुशासन बढ़ेगा और वे खेल भावना को बनाए रखने के लिए प्रेरित होंगे।
4) डीआरएस (DRS) के नियमों का विस्तार
आईपीएल 2025 में डीआरएस (Decision Review System) के नियमों में विस्तार किया गया है, जिससे खेल में सटीकता और निष्पक्षता बढ़ेगी।
- अब हाइट-बेस्ड नो-बॉल (Height-based No Ball) और ऑफ-स्टंप के बाहर जाने वाली वाइड बॉल (Wide Ball) की समीक्षा की जा सकेगी।
- यह नियम हॉक-आई (Hawk-Eye) तकनीक और बॉल ट्रैकिंग के माध्यम से लागू किया जाएगा।
- इससे अंपायरिंग में सुधार होगा और गलत फैसलों को रोका जा सकेगा।
- खिलाड़ी अब डीआरएस का उपयोग कर सकते हैं यदि उन्हें लगता है कि गेंद ऊंचाई के कारण नो-बॉल दी जानी चाहिए थी या वाइड बॉल गलत तरीके से दी गई थी।
- यह बदलाव खेल को अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने में मदद करेगा।
Indian Premier League 2025 के ये बदलाव क्रिकेट पर क्या असर डालेंगे?

1) गेंदबाजों को होगा फायदा
- लार के इस्तेमाल की अनुमति मिलने से स्विंग गेंदबाजों को फायदा मिलेगा, जिससे गेंद की चमक को बनाए रखा जा सकेगा।
- गीली गेंद बदलने की अनुमति मिलने से स्पिनरों और तेज गेंदबाजों दोनों को मदद मिलेगी।
2) अंपायरिंग की गुणवत्ता में होगा सुधार
- डीआरएस के नए नियमों से गलत नो-बॉल और वाइड के फैसलों को चुनौती दी जा सकेगी, जिससे खेल में अधिक निष्पक्षता आएगी।
- अंपायर अब अधिक सटीक निर्णय लेने में सक्षम होंगे।
3) खिलाड़ियों के अनुशासन में वृद्धि
- नए कोड ऑफ कंडक्ट से खिलाड़ियों पर अधिक जिम्मेदारी आएगी और वे गलत व्यवहार से बचेंगे।
- डिमेरिट पॉइंट और सस्पेंशन नियमों के कारण खिलाड़ी अधिक सतर्क और अनुशासित रहेंगे।

Indian Premier League 2025 के लिए किए गए ये बदलाव न केवल खेल की गुणवत्ता को सुधारेंगे, बल्कि खिलाड़ियों और अंपायरों की जिम्मेदारी भी बढ़ाएंगे।
- लार का इस्तेमाल फिर से शुरू करना एक बड़ा बदलाव है, जिससे गेंदबाजों को फायदा होगा।
- ओस से प्रभावित गेंद को बदलने का नया नियम खेल को अधिक संतुलित बनाएगा।
- डीआरएस नियमों का विस्तार खेल में निष्पक्षता को बढ़ाएगा और गलत फैसलों को कम करेगा।
- नए आचार संहिता से खिलाड़ियों के अनुशासन में सुधार होगा और उनकी जिम्मेदारी बढ़ेगी।
इन बदलावों का असर आईपीएल 2025 के प्रदर्शन पर निश्चित रूप से दिखाई देगा। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि ये नए नियम खिलाड़ियों और टीमों के प्रदर्शन को कैसे प्रभावित करते हैं।
FAQs:
1. क्या आईपीएल 2025 में गेंद चमकाने के लिए लार का उपयोग किया जा सकता है?
हाँ, बीसीसीआई ने Indian Premier League 2025 से गेंद चमकाने के लिए लार के उपयोग की अनुमति दे दी है।
2. गीली गेंद बदलने का नया नियम क्या है?
दूसरी पारी में गेंदबाजी करने वाली टीम अब 10वें ओवर के बाद एक बार गेंद बदलने का अनुरोध कर सकती है।
3. नया कोड ऑफ कंडक्ट क्या है?
Indian Premier League 2025 में नया डिमेरिट पॉइंट सिस्टम पेश किया गया है, जिससे अनुशासनहीनता करने वाले खिलाड़ियों को दंडित किया जा सकेगा।
4. डीआरएस के नए बदलाव क्या हैं?
अब डीआरएस का उपयोग हाइट-बेस्ड नो-बॉल और वाइड बॉल की समीक्षा करने के लिए किया जा सकेगा।
5. ये बदलाव आईपीएल को कैसे प्रभावित करेंगे?
ये बदलाव खेल को अधिक निष्पक्ष, रोमांचक और संतुलित बनाएंगे, जिससे खिलाड़ियों और दर्शकों दोनों को फायदा होगा।