Kanpur Weather: भारत और बांग्लादेश के बीच दूसरे टेस्ट मैच के लिए Kanpur Weather और पिच की स्थिति ने प्लेइंग इलेवन को लेकर टीम इंडिया को असमंजस में डाल दिया है। भारतीय टीम के सहायक कोच अभिषेक नायर ने कहा कि मैच के दिन मौसम और पिच की प्रकृति के आधार पर ही टीम तीन स्पिनरों के साथ उतरेगी या नहीं, इस पर निर्णय लिया जाएगा। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने ग्रीन पार्क स्टेडियम में दो पिचें तैयार की हैं, और कप्तान रोहित शर्मा और कोच गौतम गंभीर ने मैच से पहले दोनों का निरीक्षण किया।
बारिश का अनुमान और पिच का रहस्य
गुरुवार से शुरू हो रहे मैच के पहले दिन और तीसरे दिन बारिश की संभावना जताई गई है, जिससे Kanpur Weather की भूमिका और महत्वपूर्ण हो जाती है। चेन्नई टेस्ट में भारत ने दो स्पिनर और तीन तेज गेंदबाजों के साथ खेला था, लेकिन ग्रीन पार्क में तीन स्पिनरों की संभावना को भी नकारा नहीं जा सकता है। अगर ऐसा होता है, तो अक्षर पटेल और कुलदीप यादव में से किसी एक को अतिरिक्त स्पिनर के रूप में मौका मिल सकता है।
पिच का अंतिम फैसला अभी बाकी
अभिषेक नायर ने प्री-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “सच कहूं तो हमें अभी तक यह नहीं पता कि हम किस पिच पर खेलने जा रहे हैं। दोनों पिचें अच्छी दिख रही हैं। कानपुर की पिचें अक्सर बेहतरीन होती हैं। बाउंस के बारे में मैं अभी कुछ नहीं कह सकता।”
नायर ने कहा, “मौसम और परिस्थितियां अहम हैं। जब हम मैच के दिन मैदान पर पहुंचेंगे, तभी तय होगा कि हम कितने स्पिनरों के साथ उतरेंगे। टेस्ट क्रिकेट में परिस्थितियों का बड़ा असर होता है, और पिच का खेल पर असर काफी महत्वपूर्ण होता है।” उन्होंने यह भी कहा कि टीम के सभी खिलाड़ी फिट हैं और खेलने के लिए तैयार हैं।
क्या KL राहुल को मिलेगा एक और मौका?
केएल राहुल का टेस्ट करियर अब तक अनिश्चित रहा है। 51 मैचों में 34.12 के औसत से 2901 रन बनाने के बावजूद, वह टेस्ट टीम में अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए हैं। इस मुद्दे पर नायर ने कहा, “केएल राहुल अपने खेल को अच्छी तरह से समझते हैं। दक्षिण अफ्रीका में उन्होंने बेहतरीन पारियां खेलीं। हम उम्मीद करते हैं कि गौतम गंभीर के नेतृत्व में राहुल में एक नया बदलाव आएगा।”
भारतीय टीम की फील्डिंग में फिटनेस का योगदान
भारतीय टीम की फील्डिंग की सराहना करते हुए नायर ने कहा, “भारतीय टीम की फिटनेस का स्तर बहुत बढ़ा है। विराट कोहली के कप्तान बनने के बाद से फिटनेस पर जोर दिया गया है, जिसका सीधा असर फील्डिंग पर भी पड़ा है। यशस्वी जायसवाल का गली में एक हाथ से किया कैच इसका उदाहरण है।”
नायर ने आगे कहा, “हमने टीम में फिटनेस को प्राथमिकता दी है, और यही कारण है कि हमारे खिलाड़ी तेज, फिट और चुस्त हैं। फिटनेस और फील्डिंग का सीधा संबंध होता है।”
भारतीय टीम को उप-कप्तान की ज़रूरत नहीं
टीम इंडिया में फिलहाल कोई स्थायी उप-कप्तान नहीं है, और नायर ने कहा कि टीम को इसकी जरूरत नहीं है। “हमारी टीम में कई लीडर हैं, और विराट और रोहित जैसे सीनियर खिलाड़ियों की मौजूदगी से यंग खिलाड़ियों को काफी कुछ सीखने का मौका मिलता है।”
Kanpur Weather के असर पर क्या बोले नायर?
नायर ने कहा, “मौसम को लेकर आप हमेशा सतर्क रहते हैं। मैं उम्मीदों के पक्ष में नहीं हूं। मैंने हमेशा माना है कि उम्मीदें गलतियों का कारण बनती हैं। हमें बस मैदान पर जाकर हालात को देखना होता है और उसी के अनुसार खेलना होता है।”
उन्होंने यह भी कहा कि मौसम को लेकर सतर्क रहना जरूरी है, खासकर तब जब बारिश की संभावना हो। “हम पहले से यह अनुमान नहीं लगाना चाहते कि पिच कैसे बर्ताव करेगी। हमें बस हर दिन की परिस्थितियों का सामना करना होता है।”
FAQs
Q1: क्या दूसरे टेस्ट मैच में तीन स्पिनरों के साथ उतरेगी टीम इंडिया?
Ans: मौसम और पिच की स्थिति के आधार पर भारतीय टीम तीन स्पिनरों के साथ खेल सकती है। Kanpur Weather और पिच के हालात मैच के दिन तय करेंगे कि कितने स्पिनरों को मौका दिया जाएगा।
Q2: केएल राहुल का टेस्ट करियर कैसा रहा है?
Ans: केएल राहुल ने अब तक 51 टेस्ट मैचों में 34.12 के औसत से 2901 रन बनाए हैं। हालांकि, उन्हें अपनी जगह स्थायी करने में कठिनाई हो रही है।
Q3: भारतीय टीम की फील्डिंग में क्या बदलाव आया है?
Ans: भारतीय टीम की फील्डिंग में सुधार फिटनेस के स्तर में वृद्धि के कारण हुआ है। विराट कोहली के कप्तानी के दौरान फिटनेस पर विशेष जोर दिया गया, जिससे खिलाड़ियों की चुस्ती और फील्डिंग में भी सुधार हुआ।
Q4: क्या नायर ने दूसरे टेस्ट मैच में किसी विशेष खिलाड़ी के खेलने की संभावना जताई?
Ans: नायर ने अक्षर पटेल या कुलदीप यादव में से किसी एक को तीसरे स्पिनर के रूप में खेलने की संभावना जताई, लेकिन यह सब Kanpur Weather और पिच की स्थिति पर निर्भर करेगा।
Q5: क्या भारतीय टीम का कोई उप-कप्तान है?
Ans: फिलहाल भारतीय टीम का कोई स्थायी उप-कप्तान नहीं है, क्योंकि विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे सीनियर खिलाड़ी ही लीडरशिप की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।