किडनी यानी गुर्दे हमारे शरीर के सबसे जरूरी अंगों में से एक हैं, जो खून को छानकर शरीर से विषैले पदार्थ और अतिरिक्त पानी को बाहर निकालते हैं। लेकिन जब किडनी सही से काम नहीं करती, तो शरीर में कई गंभीर बदलाव होने लगते हैं। किडनी फेल होने की प्रक्रिया धीरे-धीरे होती है और इसके शुरुआती संकेत इतने सामान्य होते हैं कि लोग अक्सर इन्हें नजरअंदाज कर देते हैं। अगर समय रहते इन लक्षणों को पहचान लिया जाए, तो इलाज आसान हो सकता है।
इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि Kidney Failure Symptoms यानी किडनी फेल होने के लक्षण क्या होते हैं, कैसे इन्हें पहचाना जा सकता है और किडनी को स्वस्थ रखने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
किडनी फेल क्यों होती है?
किडनी फेल होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं:
- हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप)
- डायबिटीज (मधुमेह)
- किडनी में संक्रमण
- बार-बार यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI)
- ज्यादा पेनकिलर दवाओं का सेवन
- जेनेटिक कारण
किडनी फेल होने के मुख्य लक्षण (Kidney Failure Symptoms)

बार-बार पेशाब आना (Frequent Urination)
अगर आपको दिन में या रात में बार-बार पेशाब जाने की जरूरत महसूस होती है, तो यह किडनी फेल होने का संकेत हो सकता है। जब किडनी फिल्टरिंग का काम सही से नहीं करती, तो पेशाब की मात्रा और बारंबारता दोनों प्रभावित होती हैं।
पेशाब में झाग या खून आना
यूरिन में झाग आना इस बात का संकेत हो सकता है कि उसमें प्रोटीन लीकेज हो रहा है। यह स्थिति नॉर्मल नहीं होती और इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। अगर पेशाब में खून आ रहा है, तो यह और भी गंभीर लक्षण है और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
शरीर में सूजन (Swelling)
जब किडनी टॉक्सिन्स और अतिरिक्त पानी बाहर नहीं निकाल पाती, तो शरीर में सूजन आ जाती है, विशेष रूप से टखनों, पैरों, चेहरे और हाथों में। यह सूजन धीरे-धीरे बढ़ती जाती है।
थकान और कमजोरी
किडनी सही से काम न करे, तो शरीर में कचरा जमा होने लगता है, जिससे व्यक्ति को लगातार थकान, कमजोरी और सुस्ती महसूस होती है। इससे Hemoglobin का स्तर भी गिर सकता है, जिससे एनीमिया हो सकता है।
भूख में कमी
किडनी की खराबी से मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है, जिससे भूख कम लगने लगती है और वजन गिरने लगता है।
उल्टी और मिचली आना
खून में टॉक्सिन्स बढ़ने से पाचन तंत्र प्रभावित होता है। इसके कारण लगातार मिचली, उल्टी और पेट खराब की समस्या हो सकती है।
ध्यान और एकाग्रता में कमी
किडनी के फेल होने पर मस्तिष्क तक ऑक्सीजन का संचार प्रभावित होता है, जिससे सोचने और ध्यान लगाने में कठिनाई हो सकती है।
सांस लेने में तकलीफ
अगर फेफड़ों में फ्लूइड जमा हो जाए, तो सांस लेने में दिक्कत होती है। यह खासतौर पर तब होता है जब किडनी का फेल्योर गंभीर हो चुका हो।
त्वचा पर खुजली और ड्रायनेस
किडनी शरीर से वेस्ट मटेरियल नहीं निकाल पाती तो स्किन पर असर दिखने लगता है। इससे त्वचा में खुजली, ड्रायनेस और रैशेज हो सकते हैं।
मुँह से बदबू और धातु जैसा स्वाद
किडनी फेलियर की स्थिति में मुँह से अजीब बदबू आ सकती है और खाने का स्वाद बदल सकता है। मुँह में मेटालिक टेस्ट आने लगता है।
किडनी फेलियर के प्रकार

एक्यूट किडनी फेलियर (Acute Kidney Failure)
यह स्थिति अचानक आती है और तुरंत इलाज की जरूरत होती है। इसके पीछे डिहाइड्रेशन, ब्लड लॉस या किसी दवा का रिएक्शन हो सकता है।
क्रॉनिक किडनी फेलियर (Chronic Kidney Disease)
यह धीरे-धीरे बढ़ती स्थिति है, जो कई सालों में विकसित होती है। डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर इसके मुख्य कारण होते हैं।
कब कराएं चेकअप?
अगर आपको ऊपर बताए गए किसी भी लक्षण की पहचान हो रही है और वह लंबे समय से बना हुआ है, तो बिना देर किए डॉक्टर से मिलें। किडनी की जांच के लिए निम्नलिखित टेस्ट कराए जाते हैं:
- Blood Urea Nitrogen (BUN)
- Serum Creatinine
- Urine Test (Urinalysis)
- GFR (Glomerular Filtration Rate)
- Ultrasound या CT Scan
किडनी को स्वस्थ रखने के उपाय

1. खूब पानी पिएं
पर्याप्त पानी पीने से किडनी टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में सक्षम रहती है। रोजाना 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं।
2. कम नमक और कम चीनी का सेवन
नमक और चीनी दोनों का अधिक सेवन किडनी पर दबाव बढ़ाता है। इन्हें संतुलित मात्रा में लेना चाहिए।
3. हाई ब्लड प्रेशर और शुगर पर कंट्रोल रखें
अगर आप डायबिटीज या ब्लड प्रेशर के मरीज हैं, तो नियमित जांच और दवाएं लेना जरूरी है।
4. सिगरेट और शराब से दूर रहें
धूम्रपान और शराब का सेवन किडनी पर बुरा असर डालता है। जितना हो सके इससे दूरी बनाए रखें।
5. व्यायाम करें
नियमित रूप से हल्का-फुल्का व्यायाम जैसे योग, वॉकिंग आदि करने से ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है और किडनी बेहतर काम करती है।
6. दवाओं का सेवन सोच-समझकर करें
बिना डॉक्टर की सलाह के पेनकिलर्स, ऐंटीबायोटिक्स या हर्बल सप्लीमेंट्स का अधिक सेवन न करें।
किन लोगों को अधिक खतरा?

- डायबिटीज के मरीज
- हाई ब्लड प्रेशर के मरीज
- मोटापे से ग्रस्त लोग
- 60 वर्ष से अधिक आयु के लोग
- जिनके परिवार में पहले किडनी रोग की हिस्ट्री रही हो
Kidney Failure Symptoms को पहचानना आपकी सेहत को गंभीर खतरे से बचा सकता है। अगर समय पर इन लक्षणों पर ध्यान दे दिया जाए, तो किडनी डैमेज को रोका जा सकता है। जरूरी है कि हम शरीर के इशारों को समझें और समय रहते इलाज करवाएं। किडनी की सेहत का ख्याल रखना हमारे पूरे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
FAQs:
1. किडनी फेल होने के सबसे पहले लक्षण क्या होते हैं?
Ans – थकान, बार-बार पेशाब आना और शरीर में सूजन किडनी फेल होने के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं।
2. क्या किडनी फेलियर में दर्द होता है?
Ans – आमतौर पर किडनी फेलियर में दर्द नहीं होता, लेकिन कुछ मामलों में पीठ या पेट के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है।
3. क्या किडनी की खराबी का इलाज संभव है?
Ans – हां, शुरुआती अवस्था में किडनी डैमेज को रोका जा सकता है। बाद की स्टेज में डायलिसिस या ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ सकती है।
4. क्या सिर्फ बुजुर्गों को ही किडनी की समस्या होती है?
Ans – नहीं, यह किसी भी उम्र में हो सकती है, खासकर अगर लाइफस्टाइल अनहेल्दी हो या कोई अन्य बीमारी हो।
5. किडनी खराब होने से बचने के लिए क्या खाना चाहिए?
Ans – कम नमक, कम प्रोटीन, और हरी सब्जियों वाला संतुलित आहार फायदेमंद होता है।
6. क्या किडनी की खराबी से बाल झड़ सकते हैं?
Ans – हां, लंबे समय तक किडनी खराब रहने से बालों का झड़ना या त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
7. क्या पानी ज्यादा पीने से किडनी पर असर पड़ता है?
Ans – सामान्य मात्रा में पानी पीना फायदेमंद है, लेकिन जरूरत से ज्यादा पानी भी नुकसानदेह हो सकता है।
8. क्या तनाव से किडनी फेल हो सकती है?
Ans – लंबे समय तक स्ट्रेस ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है, जो किडनी को प्रभावित करता है।
9. किडनी की समस्या का घरेलू इलाज क्या है?
Ans – डॉक्टर की सलाह के बिना किसी घरेलू उपाय पर निर्भर न रहें। हल्दी, आंवला और गिलोय जैसी चीजें सहायक हो सकती हैं लेकिन केवल सपोर्ट के तौर पर।
10. किडनी के रोग से पूरी तरह ठीक हुआ जा सकता है?
Ans – शुरुआती चरण में हां, लेकिन अंतिम स्टेज में इलाज डायलिसिस या ट्रांसप्लांट पर निर्भर करता है।