जम्मू-कश्मीर के Poonch जिले में एक बार फिर पाकिस्तान की नापाक हरकत सामने आई है। सीमा पार से की गई भारी गोलाबारी में कम से कम 12 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई, जिनमें से 5 लोग सिख समुदाय से और शेष मुस्लिम समुदाय से थे। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष नरिंदर सिंह ने इस हमले को अमानवीय और बर्बर करार दिया है।
गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा भी आया चपेट में
Poonch के केंद्र में स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के एक कोने को भी पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी ने नुकसान पहुंचाया। नरिंदर सिंह के अनुसार, एक गोला गुरुद्वारे के एक हिस्से से टकराया, जिससे दरवाजा और कुछ शीशे टूट गए। हालांकि सोशल मीडिया पर यह अफवाह फैल गई कि गुरुद्वारा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है, लेकिन नरिंदर सिंह ने स्पष्ट किया कि ऐसा नहीं है।
Geeta Bhawan और मस्जिद पर भी हमला
poonch की घनी आबादी वाले क्षेत्र में एक गोला गीता भवन से टकराया, वहीं एक अन्य गोला एक मस्जिद से जा लगा, जिससे एक शिक्षक की मौत हो गई। इस घटना ने समुदायों में भय का माहौल पैदा कर दिया है। बड़ी संख्या में लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं।
नरिंदर सिंह ने जताया दुख और चिंता
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रमुख नरिंदर सिंह ने अपने एक वीडियो संदेश में कहा,
“यह बहुत ही दर्दनाक त्रासदी है… करीब 12 लोगों की जान चली गई है poonch जिले में… 5 सिख समुदाय से हैं और बाकी मुस्लिम समुदाय से। यह एक घनी बसी बस्ती है, जहां एक ही समय में गुरुद्वारा, मस्जिद और गीता भवन जैसे धार्मिक स्थल हैं।”
शिरोमणि अकाली दल का पाकिस्तान पर तीखा हमला
शिरोमणि अकाली दल (SAD) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी फौज द्वारा पवित्र गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा पर हमला करना बेहद शर्मनाक है। बादल ने बताया कि तीन सिखों की मौत हो चुकी है, जिनमें प्रमुख नाम हैं: भजन गायक भाई अमरीक सिंह, भाई अमरजीत सिंह और रणजीत सिंह।
शहीदों को सम्मान और परिवारों को मुआवज़े की मांग
बादल ने केंद्र सरकार से मांग की कि इन शहीदों को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिले और उनके परिवारों को पर्याप्त आर्थिक सहायता दी जाए। उन्होंने कहा,
“सिखों ने हमेशा देश की रक्षा में अग्रणी भूमिका निभाई है और यदि हमारे आत्म-सम्मान को चुनौती दी गई, तो हम पीछे नहीं हटेंगे।”
Operation Sindoor: भारत की सटीक कार्रवाई
poonch में हुए इस क्रूर हमले के जवाब में भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया। यह कार्रवाई हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद की गई, जिसमें 26 लोगों की नृशंस हत्या कर दी गई थी। भारतीय सेना ने बुधवार की सुबह 9 आतंकी ठिकानों को सटीकता से निशाना बनाकर तबाह कर दिया।
राजनाथ सिंह ने सेना की तारीफ की
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय सेना ने अपनी बहादुरी, सतर्कता और संवेदनशीलता का परिचय दिया है।
“हमारे जवानों ने सुनिश्चित किया कि किसी भी नागरिक को कोई नुकसान न पहुंचे। यह एक सटीक और मानवीय कार्रवाई थी।”
पहलगाम हमला: आतंक का नया चेहरा
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने ऑपरेशन सिंदूर के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि पहलगाम में मारे गए लोगों को नज़दीक से सिर में गोली मारकर मारा गया। यह हमला खासतौर पर कश्मीर में सामान्य स्थिति को पटरी से उतारने के लिए किया गया था।
भारतीय खुफिया एजेंसियों का अलर्ट
मिस्री ने कहा कि भारतीय खुफिया एजेंसियों को और आतंकी हमलों के संकेत मिले हैं। इसलिए, यह आवश्यक था कि समय रहते इन आतंकी अड्डों को खत्म किया जाए।
“हमारी कार्रवाई मापी गई, असंवेदनशील नहीं थी और पूरी तरह जिम्मेदार थी।”
ऑपरेशन सिंदूर में ध्वस्त हुए 9 आतंकी ठिकाने
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि 9 आतंकी कैंपों को सफलतापूर्वक निशाना बनाकर तबाह किया गया। ये जगहें इस तरह चुनी गईं कि कोई नागरिक प्रभावित न हो।
“हमने हर कदम पर नागरिक जीवन की सुरक्षा को प्राथमिकता दी।”
poonch में तबाही के दृश्य
poonch जिले से आई तस्वीरों में क्षतिग्रस्त घर, टूटी खिड़कियाँ, दीवारों में दरारें और सड़कों पर मलबा साफ देखा गया। स्थानीय लोग सहमे हुए हैं और बड़ी संख्या में अपने घर छोड़ने को मजबूर हो गए हैं।
मुख्यमंत्री ने की आपात बैठक
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उच्च अधिकारियों के साथ आपात बैठक बुलाई। उन्होंने राहत और पुनर्वास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
Poonch में शांति की अपील
poonch जिले के सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने शांति की अपील की है और केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि वह इस प्रकार के हमलों को रोकने के लिए ठोस रणनीति बनाए।