Sensex: भारतीय शेयर बाजार में आज जबरदस्त उथल-पुथल देखने को मिली। दिन के शुरुआती सत्र में गिरावट के बाद Sensex ने लगभग 700 पॉइंट की शानदार रिकवरी की। शुरुआत में आईटी सेक्टर में बिकवाली और एशियाई बाजारों की कमजोरी के चलते बाजार दबाव में था, लेकिन फार्मा स्टॉक्स की तेजी और क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट के कारण बाजार संभल गया।
आज के कारोबार में Sensex ने 76,493.74 का ऊपरी स्तर छुआ, जबकि निफ्टी 23,306.50 तक पहुंच गया। बाजार के इस शानदार रिकवरी के पीछे चार बड़े कारण बताए जा रहे हैं। आइए जानते हैं क्या हैं ये चार फैक्टर—
फार्मा सेक्टर की बंपर तेजी

Sensex की रिकवरी में फार्मा कंपनियों की बड़ी भूमिका रही। अमेरिकी सरकार की नई टैरिफ नीति में भारतीय दवाओं को छूट दिए जाने से फार्मा स्टॉक्स में जबरदस्त तेजी देखी गई।
- Nifty Pharma Index में 4% की बढ़त
- Gland Pharma, Aurobindo Pharma और Dr Reddy’s जैसी कंपनियों में 10% तक की तेजी
विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय फार्मा कंपनियों का अमेरिका में बड़ा बाजार है, इसलिए यह छूट इंडस्ट्री के लिए बड़ा पॉजिटिव संकेत है।
भारत पर कम टैरिफ, अन्य एशियाई देशों पर ज्यादा बोझ

अमेरिका द्वारा भारत सहित कई एशियाई देशों पर नए टैरिफ लगाने की घोषणा की गई, लेकिन भारत पर इसका असर अपेक्षाकृत कम रहा।
देश | टैरिफ दर (%) |
---|---|
भारत | 26% |
चीन | 54% |
वियतनाम | 46% |
बांग्लादेश | 37% |
थाईलैंड | 36% |
ताइवान | 32% |
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका के इस फैसले से भारतीय टेक्सटाइल इंडस्ट्री को फायदा होगा क्योंकि चीन और वियतनाम पर ज्यादा टैक्स लगने से भारत की प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट
क्रूड ऑयल की कीमतों में 3% तक की गिरावट आई, जिससे Sensex को मजबूती मिली।
- ब्रेंट क्रूड 2.63% गिरकर $72.98 प्रति बैरल
- WTI क्रूड 2.76% गिरकर $69.73 प्रति बैरल
भारत कच्चे तेल का बड़ा आयातक है। कीमतों में गिरावट से इंफ्लेशन घटेगा, फ्यूल कॉस्ट कम होगी, जिससे कंपनियों की प्रॉफिटेबिलिटी बढ़ेगी।
भारतीय रुपया हुआ मजबूत

डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में सुधार देखा गया।
- रुपया 85.62 के स्तर पर ट्रेड करता दिखा (सुबह 85.78 था)।
- अमेरिकी डॉलर में उतार-चढ़ाव के कारण येन और स्विस फ्रैंक जैसी सेफ-हेवन करंसीज में शिफ्ट देखा गया।
मजबूत रुपया विदेशी निवेशकों के लिए भारतीय बाजार को आकर्षक बनाता है, जिससे Sensex को सपोर्ट मिला।
आज के कारोबार में Sensex ने जिस तरह से 700 पॉइंट की रिकवरी की, वह दर्शाता है कि बाजार में निवेशकों का भरोसा मजबूत है। फार्मा सेक्टर की तेजी, भारत पर कम टैरिफ, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और रुपये की मजबूती— ये चार फैक्टर मिलकर बाजार को नई ऊंचाइयों की ओर ले जा सकते हैं।
Sensex का भविष्य क्या होगा? क्या बाजार नई ऊंचाई पर जाएगा? या फिर किसी नई चुनौती का सामना करेगा? यह आने वाले दिनों में साफ हो जाएगा। लेकिन एक बात तो तय है— भारतीय शेयर बाजार की चाल हमेशा रोमांचक बनी रहेगी!
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
1. Sensex में इतनी तेजी क्यों आई?
✅ अमेरिकी टैरिफ से राहत, फार्मा सेक्टर में तेजी, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और रुपये की मजबूती प्रमुख कारण रहे।
2. Nifty में कितनी बढ़त दर्ज की गई?
✅ Nifty 50 में 160.7 अंकों की बढ़त देखी गई।
3. फार्मा सेक्टर में कौन-कौन से शेयर उछले?
✅ Gland Pharma, Aurobindo Pharma और Dr Reddy’s में 10% तक की तेजी दर्ज की गई।
4. अमेरिकी टैरिफ से भारत को कितना नुकसान होगा?
✅ भारत पर 26% टैरिफ लगा है, लेकिन यह चीन और वियतनाम की तुलना में कम है, जिससे भारत को फायदा मिल सकता है।
5. कच्चे तेल की कीमतों में कितनी गिरावट आई?
✅ ब्रेंट क्रूड फ्यूचर $72.98 प्रति बैरल तक गिर गया, जबकि WTI क्रूड $69.73 प्रति बैरल पर आ गया।
6. रुपये की मजबूती का बाजार पर क्या असर पड़ा?
✅ रुपये की मजबूती से विदेशी निवेशकों का विश्वास बढ़ा, जिससे शेयर बाजार को समर्थन मिला।
7. क्या अभी निवेश करना सही होगा?
✅ फार्मा और टेक सेक्टर में निवेश करने का यह सही समय हो सकता है।
8. Sensex ने गुरुवार को कितने अंकों की तेजी देखी?
✅ Sensex ने दिन के निचले स्तर से 700 अंकों की शानदार रिकवरी दर्ज की।
9. भारत की तुलना में अन्य देशों पर कितने प्रतिशत टैरिफ लगा?
✅ चीन (54%), वियतनाम (46%), बांग्लादेश (37%), भारत (26%)।
10. आगे बाजार में क्या उम्मीद की जा सकती है?
✅ वैश्विक टैरिफ नीतियों और कच्चे तेल की कीमतों पर निर्भर करेगा। निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है।