Siddaramaiah को लैंड स्कैम मामले में अदालत में झटका, सीएम का बयान सच्चाई जरूर सामने आएगी

Siddaramaiah: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को हाल ही में एक अदालत के फैसले के बाद मुदा लैंड स्कैम (MUDA Land Scam) के मामले में बड़ा झटका लगा है। इस मामले में कोर्ट ने उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मंजूरी दे दी है, जिससे उनके ऊपर कानूनी कार्यवाही का रास्ता साफ हो गया है। कोर्ट के इस फैसले के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें न्यायिक प्रणाली पर पूरा विश्वास है और सच्चाई अंततः सामने आएगी। साथ ही उन्होंने इसे विपक्षी दलों की बदले की राजनीति करार दिया।

भाजपा पर हमला और उनकी योजनाओं का बचाव

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर जोरदार हमला बोला, इस आरोप को “फर्जी” बताया और कहा कि ये आरोप इसलिए लगाए जा रहे हैं क्योंकि विपक्ष उनके कल्याणकारी योजनाओं का कोई जवाब नहीं दे पा रहा है। उन्होंने कहा, “मुझे कानून और संविधान पर विश्वास है… अंत में सच्चाई की जीत होगी।”

उन्होंने यह भी दावा किया कि भाजपा और जनता दल (सेक्युलर) उनके खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध में शामिल हैं क्योंकि वे गरीबों के पक्ष में खड़े हैं और सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं।

कोर्ट का फैसला और मुख्यमंत्री का अगला कदम

मुख्यमंत्री ने संकेत दिया कि वह कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ कानूनी लड़ाई जारी रखेंगे और विशेषज्ञों की सलाह लेंगे। सिद्धारमैया ने कहा, “मैं कानूनी विशेषज्ञों से परामर्श करूंगा कि क्या इस प्रकार की जांच कानून के तहत वैध है या नहीं… मुझे विश्वास है कि यह जांच रद्द हो जाएगी।”

भाजपा की आलोचना और इस्तीफा मांगने का दबाव

भाजपा ने सिद्धारमैया के खिलाफ हमले तेज कर दिए हैं और एक बार फिर उनके इस्तीफे की मांग की है। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इसे “कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के लिए बड़ा झटका” करार दिया। उन्होंने कहा कि अब सीबीआई से निष्पक्ष जांच कराने के लिए सिद्धारमैया को इस्तीफा देना चाहिए। भाजपा के कई नेताओं ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री के परिवार के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं के आरोप हैं, इसलिए उन्हें सम्मानपूर्वक इस्तीफा दे देना चाहिए।

कांग्रेस का समर्थन और आंतरिक एकता

सिद्धारमैया को उनके कैबिनेट सहयोगी, जैसे प्रियंक खड़गे और रामलिंगा रेड्डी, का समर्थन मिला है। दोनों ने कहा कि उनके नेता को इस्तीफा देने की कोई आवश्यकता नहीं है और उन्होंने उन्हें “100 प्रतिशत साफ-सुथरा मुख्यमंत्री” बताया। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उनके डिप्टी, डीके शिवकुमार, ने भी उनका समर्थन किया और कहा, “हम उनके साथ खड़े रहेंगे। उन्होंने राज्य और पार्टी के लिए अच्छा काम किया है।”

सिद्धारमैया का भाजपा पर आरोप: ऑपरेशन कमल

सिद्धारमैया ने आरोप लगाया कि भाजपा ‘ऑपरेशन कमल’ के जरिए कांग्रेस की सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सत्ता में आने के लिए सीनियर नेताओं को टारगेट कर रही है और उनकी सरकार को गिराने का प्रयास कर रही है। ऑपरेशन कमल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा को कर्नाटक के लोगों ने बहुमत नहीं दिया, इसलिए वह सत्ता में आने के लिए यह योजना बना रही है।

MUDA लैंड स्कैम: क्या है मामला?

MUDA लैंड स्कैम का मामला सिद्धारमैया की पत्नी पार्वती को मैसूरु के एक पॉश इलाके में दी गई जमीन के मुआवजे से जुड़ा है। आरोप है कि यह जमीन उनसे ली गई जमीन की कीमत से कहीं ज्यादा की थी। एक एक्टिविस्ट टीजे अब्राहम ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें मुख्यमंत्री, उनकी पत्नी और बेटे के साथ-साथ मुडा के वरिष्ठ अधिकारियों को आरोपी बनाया गया था। आरोप लगाया गया था कि मैसूरु के एक इलाके में 14 वैकल्पिक साइटों का आवंटन अवैध था और इससे 45 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।

भाजपा की मांग और आगे का राजनीतिक घटनाक्रम

भाजपा के नेता बीवाई विजयेंद्र और अन्य ने कहा कि सिद्धारमैया को हाई कोर्ट के आदेश का सम्मान करना चाहिए और चूंकि उनके परिवार पर भी आरोप हैं, इसलिए उन्हें पद से इस्तीफा देना चाहिए।

निष्कर्ष

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने साफ कहा है कि वह कोर्ट के फैसले के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ेंगे और उन्हें न्यायिक प्रणाली पर पूरा भरोसा है। कांग्रेस पार्टी ने भी स्पष्ट कर दिया है कि वह अपने मुख्यमंत्री के साथ खड़ी है और उन्हें किसी प्रकार के आरोपों में दोषी नहीं मानती। दूसरी ओर, भाजपा इस मामले को लेकर आक्रामक रुख अपनाए हुए है और सिद्धारमैया से इस्तीफा देने की मांग कर रही है। अब देखना यह होगा कि आने वाले दिनों में इस मामले में और कौन से मोड़ आते हैं और क्या यह कर्नाटक की राजनीति में कोई बड़ा बदलाव लाएगा।

FAQs:

1. MUDA लैंड स्कैम क्या है?

MUDA लैंड स्कैम एक आरोप है जिसमें कहा गया है कि मैसूरु में सिद्धारमैया की पत्नी को दिए गए जमीन की कीमत अन्य जमीनों से बहुत ज्यादा थी, जिससे सरकार को भारी वित्तीय नुकसान हुआ।

2. भाजपा ने सिद्धारमैया से इस्तीफे की मांग क्यों की है?

भाजपा का कहना है कि सिद्धारमैया पर लगे आरोपों की निष्पक्ष जांच के लिए उन्हें इस्तीफा देना चाहिए, ताकि सीबीआई द्वारा जांच कराई जा सके।

3. कांग्रेस का इस मामले में क्या रुख है?

कांग्रेस ने पूरी तरह से सिद्धारमैया का समर्थन किया है और उन्हें 100 प्रतिशत साफ-सुथरा मुख्यमंत्री बताया है। पार्टी का कहना है कि भाजपा राजनीतिक बदले की भावना से काम कर रही है।

4. ‘ऑपरेशन कमल’ क्या है?

ऑपरेशन कमल भाजपा की एक योजना है, जिसके तहत वह विपक्षी दलों के सीनियर नेताओं को अपने पाले में लाकर सरकारों को अस्थिर करने का प्रयास करती है। सिद्धारमैया ने इसे कांग्रेस सरकार के खिलाफ साजिश बताया है।

5. क्या सिद्धारमैया इस्तीफा देंगे?

फिलहाल सिद्धारमैया ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है और कहा है कि वह कानूनी लड़ाई जारी रखेंगे। उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और वह कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपील करेंगे।

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