Tulsi Vivah 2023: Tulsi Vivah, जिसे देवउठनी एकादशी और प्रबोधिनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है, एक महत्वपूर्ण हिन्दू त्योहार है जो कार्तिक मास में मनाया जाता है। इस त्योहार में तुलसी जी का विवाह शालिग्राम जी के साथ किया जाता है, जिससे सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
1. तुलसी विवाह का महत्व
A. धार्मिक परंपरा में स्थान
तुलसी के पौधे को सात्विक और पवित्र माना जाता है और इसका विवाह एक परंपरागत धार्मिक आचरण है जो परिवार को शांति और समृद्धि प्रदान करता है।
B. देवी तुलसी की महिमा
तुलसी को विष्णु की पत्नी माना जाता है, और इसलिए इसे पूजनीय मानकर उसकी पूजा की जाती है। तुलसी विवाह इस महिमा को और बढ़ाता है।
2. तुलसी विवाह पूजा विधि
A. पूजा के आरंभ की तैयारी
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और पवित्र होने के बाद पूजा स्थान को गंगाजल से शुद्ध करें।
- दो लकड़ी की चौकी पर लाल रंग का आसन बिछाएं।
B. तुलसी विवाह पूजा
- एक कलश में गंगा जल भरें और उसमें आम के 5 पत्ते डालें, फिर इसे पूजा स्थान पर रखें।
- एक आसन पर तुलसी का पौधा रखें और दूसरे आसन पर शालिग्राम जी को स्थापित करें।
C. शृंगार और विवाह
- तुलसी के गमले पर गेरू लगाएं और तुलसी के समक्ष घी का एक दीपक जलाएं।
- तुलसी और शालिग्राम पर गंगाजल का छिड़काव करते हुए उन्हें रोली या चंदन का टीका लगाएं।
- तुलसी माता का शृंगार करें और उन्हें लाल चुनरी पहनाएं।
- शालिग्राम जी को चौकी समेत हाथ में लेकर तुलसी जी की 7 बार परिक्रमा करें।
D. समापन और प्रसाद
- आरती करें और तुलसी माता से परिवार की सुख-समृद्धि के लिए कामना करें।
- अब सभी लोगों में प्रसाद बांटें।
3. तुलसी विवाह पूजा मुहूर्त
कार्तिक माह की द्वादशी तिथि 23 नवंबर रात 09 बजकर 01 मिनट से शुरू हो रही है और इसका समापन 24 नवंबर को शाम 07 बजकर 06 मिनट पर होगा। इस दिन प्रदोष काल शाम 05 बजकर 25 मिनट से 06 बजकर 04 मिनट तक रहने वाला है, जिसमें तुलसी और शालिग्राम विवाह करना शुभ रहेगा।
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तुलसी विवाह एक पवित्र और सुखद अनुष्ठान है जो सनातन धर्म में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस पर्व के दिन, लोग तुलसी माता की पूजा करके अपने घर को आशीर्वादित महसूस करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले Question?
Q1. तुलसी विवाह क्यों मनाया जाता है?
A. तुलसी विवाह का मनाने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है और परिवार को शांति मिलती है।
Q2. तुलसी का महत्व क्या है?
A. तुलसी को विष्णु की पत्नी माना जाता है और इसलिए इसका पूजन करने से धार्मिक और सात्विक आत्मा की प्राप्ति होती है।
Q3. तुलसी विवाह का मुहूर्त कब है?
A. तुलसी विवाह का मुहूर्त कार्तिक मास की द्वादशी तिथि पर है, जो इस वर्ष 24 नवंबर को है।
Q4. क्या तुलसी विवाह केवल हिन्दू धर्म में ही मनाया जाता है?
A. हां, तुलसी विवाह प्रमुख रूप से हिन्दू धर्म में ही मनाया जाता है।
Q5. तुलसी विवाह का आयोजन कैसे करें?
A. तुलसी विवाह के आयोजन के लिए सबसे पहले पूजा स्थान को शुद्ध करें और फिर विधि के अनुसार पूजा करें।